Electric Vehicles के लिए बैटरी टेक्नोलॉजी में आत्म निर्भर होने की बड़ी तैयारी, सरकार ने कही ये बात
आज दिल्ली (Delhi) में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) की अध्यक्षता में अल्टरनेट बैटरी टेक्नोलॉजी (alternative battery technology) में रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्य करने वाले अलग अलग विभागों के बैठक हुई.
बैटरी टेक्नोलॉजी में आत्म निर्भर होने की बड़ी तैयारी (फोटो-पीटीआई )
बैटरी टेक्नोलॉजी में आत्म निर्भर होने की बड़ी तैयारी (फोटो-पीटीआई )
दिल्ली (Delhi) में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) की अध्यक्षता में अल्टरनेट बैटरी टेक्नोलॉजी (alternative battery technology) में रिसर्च एंड डेवलपमेंट का काम करने वाले अलग अलग विभागों के बैठक हुई. इसमें प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइज़र प्रोफ़ेसर के विजय राघवन, नीति आयोग (NITI Aayog), डीआरडीओ (DRDO), इसरो प्रमुख (ISRO chief), सीएसआईआर (CSIR) समेत देश के कई बड़ी संस्था शामिल हुए.
बैटरी टेक्नोलॉजी का मैन्यूफ़ैक्चरिंग हब बनेगा देश manufacturing hub for battery technology
नितिन गडकरी ने बैठक में कहा की देश को ओटोमोबाइल के साथ बैटरी टेक्नोलॉजी का मैन्यूफ़ैक्चरिंग हब बनाना #AathmaNirbharBharat की ओर महत्वूपर्ण कदम होगा. इसके लिए सभी संस्थाओं को एक दिशा में काम कर इसे हासिल करना होगा”.
अल्टरनेट फ़्यूल में क्रांति के लिए अभी से करें तैयारी Prepare now for revolution in alternative fuel
उन्होंने कहा हमारा देश ऑटोमोबाइल मेन्यूफेक्चिरंग में वर्ल्ड लीडर है. अब इस क्षेत्र में अगली क्रांति अल्टरनेट फ़्यूल में आएगी, हमें इस क्षेत्र में दुनिया के लिए गाइडिंग फ़ोर्स बनना है और इसके लिए अभी से ही तैयारी करने की ज़रूरत है. हम देश में हर प्रकार के अल्टरनेट फ़्यूल की टेक्नोलॉजी को विकसित करने पर काम कर रहे हैं. इस दिशा में अलग- अलग विभागों ने अपने- अपने स्तर पर बहुत अच्छा काम किया है, हमें सबके काम को साथ लाना है ताकि ट्रांसपोर्ट के कॉस्ट इफेक्टिव और सस्टेनेबल मॉडल पर तेजी से काम कर सके. इससे प्रदूषण कम होगा और लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा.
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road accident पर लगाम लगाने की तैयारी
देश में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग रोड एक्सीडेंट (road accident) में मारे जाते हैं वहीं लगभग 4.5 लाख से ज्यादा लोग सड़क पर हादसे का शिकार हो जाते हैं. सड़क हादसे में मरने वाले की संख्या को लेकर सरकार काफी चिंतित है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union Road Transport and Highways Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने सभी स्टेक होल्डर्स से रोड एक्सीडेंट में मारे जाने वाले लोगों की संख्या को कम करने के लिए कदम उठाने को कहा है. वहीं 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 50 फीसदी की कमी का लक्ष्य रखा गया है. उन्होने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के कारण खतरनाक स्थिति बन रही है और भारत सड़क दुर्घटना के मामले में पहले स्थान पर, अमेरिका (US) और चीन (China) से आगे है.
रोज मारे जाते हैं 415 लोग 415 people are killed every day
गडकरी ने भारत में सड़क सुरक्षा चुनौतियों (road safety challenges) और एक कार्य योजना की तैयारियों पर सड़क सुरक्षा संस्था IRF के इंडिया चैप्टर द्वारा आयोजित एक वेबिनार (webinar) सिरीज के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही. उन्होंने कहा कि देश में गडकरी ने कहा कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 415 लोग मारे जाते हैं. उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के चलते सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3.14 प्रतिशत के बराबर सामाजिक-आर्थिक नुकसान उठाना (socio-economic loss) पड़ता है और 70 प्रतिशत मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग में होती हैं.
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04:15 PM IST